दिल्ली हिंसा का दर्द / लोगों ने कहा- 1984 से खतरनाक थे 2020 के दंगे; दंगाई बाहर से आए, कोई भी जाना पहचाना चेहरा नहीं था
नई दिल्ली. दिल्ली में हुए ये दंगे 1984 के दंगों से भी खतरनाक थे। 1984 में तो सिख समुदाय टारगेट था। तब हर कोई सिखों को देखकर हमला कर रहा था, लेकिन दिल्ली में अभी हुए दंगों में किसी की पहचान नहीं हो पा रही थी। कौन, किसको मार रहा था, ये न मारने वाले को पता था, न मरने वाले को। न जाने कितने तो सिर्फ शक…